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गीत
प्यार से प्यारे हो तुम….
प्यार से प्यारे हो तुम ऐ सनम ऐ सनम |
तू ही मेरी है सुबह तू ही मेरी शाम है ,
तू ही मेरा है दिवस तू ही मेरा काम है ,
देखकर तुझको ही दिल होता है ये रोशन ,
प्यार से प्यारे हो तुम ऐ सनम ऐ सनम |
तुम नजर आते हो हमको चाँद तारों में ,
टिमटिमाकर क्या बताते हो इशारों में |
तुम ही मेरी प्रीति हो तुम हो मेरा तन बदन ,
प्यार से प्यारे हो तुम ऐ सनम ऐ सनम |
तुम हवा का हो वो झोंका जो जहाँ मदहोश कर दे ,
प्यार की खुशबू लुटाकर हर जवां में जोश भर दे |
तुम हो फूलों की हँसी तुम से महका है चमन ,
प्यार से प्यारे हो तुम ऐ सनम ऐ सनम |
तुम हो सावन की घटा जिसपे है सबकी नजर ,
नाचता वन-वन मयूरा प्यार के ही गीत गा कर ,
तुम हो बारिश की फुहारें जो प्रफुल्लित कर दें मन ,
प्यार से प्यारे हो तुम ऐ सनम ऐ सनम |
तुम हो खिलता एक कमल दरिया की गोद में ,
देखकर तुमको खुदा भी भर भर गया प़मोद में ,
तुम ही हो गुलशन हमारा और हर मौसम ,
प्यार से प्यारे हो तुम ऐ सनम ऐ सनम ||
— राघवेन्द़ कुमार राघव
ग़ाम बालामऊ , जनपद हरदोई ( उ प़)